ऑनलाइन बैंकिंग ने वित्तीय लेन-देन को आसान बना
दिया है, लेकिन
इसके साथ ही साइबर अपराध भी बढ़ गए हैं। ऑनलाइन बैंकिंग हैकिंग एक
ऐसा साइबर अपराध है, जिसमें
हैकर्स नकली (फेक) बैंक लॉगिन पेज बनाकर यूजरनेम, पासवर्ड और ओटीपी जैसी संवेदनशील जानकारी
चुराते हैं और फिर बैंक खाते से पैसे उड़ा लेते हैं।
यह धोखाधड़ी फ़िशिंग (Phishing), कीलॉगर (Keylogger), मैलवेयर, और मैन-इन-द-मिडल (MITM) अटैक जैसी तकनीकों से की जाती है।
ऑनलाइन
बैंकिंग हैकिंग कैसे की जाती है?
1. फेक बैंकिंग वेबसाइट (Phishing Website) से
लॉगिन डिटेल चुराना
🔹
साइबर अपराधी असली बैंकिंग वेबसाइट जैसी हूबहू एक नकली
वेबसाइट बनाते हैं।
🔹 वे SMS,
ईमेल,
या सोशल मीडिया पर उस नकली वेबसाइट का लिंक भेजते हैं और
यूजर को लॉगिन करने के लिए कहते हैं।
🔹 जब यूजर अपना यूजरनेम, पासवर्ड, और OTP डालता
है, तो यह
जानकारी हैकर के पास पहुंच जाती है।
🔹 इसके बाद हैकर असली बैंकिंग वेबसाइट पर लॉगिन करके खाते से
पैसे निकाल लेता है।
✅ बचाव
कैसे करें?
✔️ बैंकिंग वेबसाइट पर जाने के लिए हमेशा बैंक
की आधिकारिक वेबसाइट टाइप करें, किसी लिंक पर क्लिक न करें।
✔️ अगर किसी ईमेल या SMS में "लॉगिन करने" का लिंक आए, तो
उसे न खोलें।
✔️ असली बैंकिंग वेबसाइट के URL में 'https://' और
हरे ताले (🔒) का
चिह्न देखें।
2. फेक मोबाइल बैंकिंग ऐप के ज़रिए फ्रॉड
🔹
हैकर्स नकली बैंकिंग ऐप बनाकर गूगल प्ले स्टोर या अन्य
वेबसाइट पर डाल देते हैं।
🔹 जब यूजर इस ऐप को डाउनलोड करके लॉगिन करता है, तो
उसकी बैंकिंग जानकारी चोरी हो जाती है।
🔹 कुछ नकली ऐप्स यूजर के OTP को भी एक्सेस कर लेते हैं और पैसे निकालने में
मदद करते हैं।
✅ बचाव
कैसे करें?
✔️ सिर्फ बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या गूगल प्ले
स्टोर/ऐप स्टोर से बैंकिंग ऐप डाउनलोड करें।
✔️ अगर ऐप डाउनलोड करने के लिए किसी अनजान वेबसाइट का लिंक
मिले, तो
उसे न खोलें।
✔️ फ़ोन में अनवांटेड ऐप्स डाउनलोड न करें और
हमेशा ऐप के रिव्यू पढ़ें।
3. कीलॉगर और मैलवेयर से पासवर्ड चुराना
🔹
हैकर्स कीलॉगर (Keylogger) नामक सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल कर देते हैं, जो
कीबोर्ड पर टाइप की गई हर जानकारी चुराता है।
🔹 कुछ मैलवेयर ऐसे भी होते हैं, जो ऑनलाइन बैंकिंग लॉगिन पेज का स्क्रीनशॉट
लेकर हैकर को भेज देते हैं।
🔹 इन तरीकों से यूजरनेम, पासवर्ड और OTP चोरी
किया जाता है।
✅ बचाव
कैसे करें?
✔️ हमेशा अपने कंप्यूटर और मोबाइल में अच्छा एंटीवायरस
इंस्टॉल करें।
✔️ किसी भी अंजान ईमेल अटैचमेंट या लिंक को न खोलें।
✔️ इंटरनेट कैफे या पब्लिक वाई-फाई पर बैंकिंग सेवाएं न चलाएं।
4. मैन-इन-द-मिडल अटैक (MITM Attack)
🔹
अगर आप पब्लिक वाई-फाई (Public Wi-Fi) का
इस्तेमाल करके ऑनलाइन बैंकिंग करते हैं, तो हैकर्स आपके और बैंकिंग सर्वर के बीच में
बैठकर आपका डेटा चुरा सकते हैं।
🔹 वे आपकी बैंकिंग जानकारी इंटरसेप्ट कर लेते हैं और फिर आपके
अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं।
✅ बचाव
कैसे करें?
✔️ पब्लिक वाई-फाई पर बैंकिंग सेवाओं का उपयोग न
करें।
✔️ बैंकिंग वेबसाइट पर HTTPS कनेक्शन का
उपयोग करें।
✔️ मोबाइल या कंप्यूटर में VPN (Virtual Private Network) का
उपयोग करें।
ऑनलाइन
बैंकिंग हैकिंग से बचने के 10 ज़रूरी टिप्स
✅ 1.
बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर ही लॉगिन करें और
किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
✅ 2. ईमेल, SMS या
व्हाट्सएप पर आए लिंक से लॉगिन न करें।
✅ 3. किसी भी मोबाइल ऐप को ऑफिशियल प्ले स्टोर या ऐप
स्टोर से ही डाउनलोड करें।
✅ 4. मोबाइल और कंप्यूटर में अपडेटेड एंटीवायरस
इंस्टॉल करें।
✅ 5. पब्लिक वाई-फाई (Public Wi-Fi) का
उपयोग करके ऑनलाइन बैंकिंग न करें।
✅ 6. बैंकिंग ऐप में मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) ऑन
करें।
✅ 7. हमेशा स्ट्रॉन्ग पासवर्ड बनाएं और समय-समय पर
पासवर्ड बदलते रहें।
✅ 8. SMS और ईमेल अलर्ट ऑन रखें ताकि कोई संदिग्ध
गतिविधि तुरंत पता चले।
✅ 9. अगर बैंकिंग अकाउंट से कोई अनऑथराइज्ड
ट्रांजैक्शन हो जाए, तो
तुरंत बैंक और साइबर हेल्पलाइन (1930) पर शिकायत करें।
✅ 10. कभी भी किसी अजनबी के कहने पर अपने बैंकिंग
डिटेल्स साझा न करें।
निष्कर्ष
ऑनलाइन बैंकिंग को सुरक्षित बनाने के लिए
सतर्कता सबसे ज़रूरी है। फेक बैंकिंग वेबसाइट, नकली
बैंकिंग ऐप, कीलॉगर, और MITM अटैक जैसी
धोखाधड़ी से बचने के लिए हमेशा आधिकारिक स्रोतों से ही बैंकिंग सेवाएं
इस्तेमाल करें और किसी भी संदिग्ध लिंक, कॉल या ईमेल पर भरोसा न
करें।
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"सावधान रहें, सुरक्षित बैंकिंग करें, और
ऑनलाइन फ्रॉड से बचें!" 💡