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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के ज़रिए कमाई के स्मार्ट तरीक़े

  1. भूमिका ( Introduction) AI क्या है और आज के समय में इसका महत्व Artificial Intelligence (AI) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक ऐसी तकनीक है जो कंप्यूटरों और मशीनों को इंसानों की तरह सोचने , सीखने और निर्णय लेने की क्षमता देती है। यह तकनीक आज हमारे जीवन के लगभग हर क्षेत्र में क्रांति ला रही है — चाहे वह हेल्थकेयर हो , एजुकेशन , मार्केटिंग या फाइनेंस।

फेक रिटर्न और रिफंड फ्रॉड – पैसा वापस लेने के बहाने खाते की जानकारी लेना

 


यह फ्रॉड क्या है?

फेक रिटर्न और रिफंड फ्रॉड एक ऐसी ऑनलाइन ठगी है, जिसमें ठग रिफंड या रिटर्न का झांसा देकर लोगों की बैंकिंग जानकारी चुरा लेते हैं। यह फ्रॉड अक्सर ई-कॉमर्स कंपनियों, बैंकिंग सेवाओं, और डिजिटल वॉलेट्स के नाम पर किया जाता है।

इसमें ठग रिफंड देने या रिटर्न प्रोसेस करने का बहाना बनाकर पीड़ित से उसकी UPI ID, बैंक डिटेल्स, ओटीपी, और डेबिट/क्रेडिट कार्ड की जानकारी मांगते हैं। कुछ मामलों में, वे पीड़ित को एक फर्जी ऐप या लिंक पर क्लिक करने के लिए भी कहते हैं, जिससे उनका बैंक अकाउंट हैक किया जा सकता है।


कैसे किया जाता है यह फ्रॉड?

1. नकली कस्टमर केयर नंबर के जरिए

🔹 ठग गूगल, फेसबुक, और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी कस्टमर केयर नंबर पोस्ट करते हैं
🔹 जब ग्राहक अपनी किसी खरीदारी का रिफंड या रिटर्न चाहता है, तो वह गूगल पर "Amazon Return Customer Care" या "Flipkart Refund Help" सर्च करता है।
🔹 नकली कस्टमर केयर नंबर मिलने पर ग्राहक ठगों को कॉल करता है, और वे रिफंड के लिए बैंक डिटेल्स, OTP, या UPI PIN मांगते हैं
🔹 यदि ग्राहक जानकारी दे देता है, तो उसके खाते से पैसा निकाल लिया जाता है।

बचाव कैसे करें?
✔️ रिटर्न या रिफंड के लिए हमेशा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप का इस्तेमाल करें।
✔️ गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करने के बजाय कंपनी के ऑफिशियल ऐप या वेबसाइट पर जाएं।
✔️ कोई भी बैंक या ई-कॉमर्स कंपनी फोन पर आपकी बैंकिंग डिटेल्स नहीं मांगती।


2. फर्जी SMS या ईमेल भेजकर

🔹 ठग ग्राहक को फर्जी SMS या ईमेल भेजते हैं, जिसमें लिखा होता है:
❝ आपका ₹5,000 का रिफंड प्रोसेस हो गया है। अपना पैसा पाने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। ❞
🔹 लिंक पर क्लिक करने पर ग्राहक को बैंकिंग डिटेल्स या UPI PIN डालने के लिए कहा जाता है
🔹 जैसे ही ग्राहक अपनी जानकारी डालता है, ठग उसके खाते से पैसे निकाल लेते हैं।

बचाव कैसे करें?
✔️ SMS या ईमेल में आए किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी जांच करें।
✔️ अगर आपको कोई रिफंड मिलना है, तो सीधे अपने बैंक या ई-कॉमर्स अकाउंट में लॉगिन करके चेक करें।
✔️ किसी भी अज्ञात लिंक पर अपनी बैंकिंग डिटेल्स या UPI PIN न डालें।


3. फ़र्जी रिटर्न रिक्वेस्ट का बहाना बनाकर ठगी

🔹 इस तरीके में ठग किसी ग्राहक को कॉल करके कहते हैं:
❝ आपने अमेज़न से जो प्रोडक्ट खरीदा था, उसके लिए रिटर्न रिक्वेस्ट मिला है। रिफंड पाने के लिए हमारी प्रक्रिया को पूरा करें। ❞
🔹 वे ग्राहक से कहते हैं कि "रिफंड के लिए आपको हमारे द्वारा भेजे गए ऐप को इंस्टॉल करना होगा"
🔹 जब ग्राहक ऐप डाउनलोड करता है (जैसे AnyDesk, TeamViewer), तो ठग उसके फोन या लैपटॉप को रिमोटली एक्सेस कर लेते हैं
🔹 इसके बाद वे ग्राहक के बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर कर लेते हैं

बचाव कैसे करें?
✔️ रिटर्न और रिफंड की प्रक्रिया केवल कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप के जरिए करें।
✔️ किसी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर कोई भी ऐप (AnyDesk, TeamViewer) डाउनलोड न करें।
✔️ अगर किसी ई-कॉमर्स साइट से रिफंड मिल रहा है, तो वह सीधे उसी पेमेंट मोड में आएगा जिससे आपने पेमेंट किया था।


4. UPI रिवर्स पेमेंट फ्रॉड

🔹 ठग ग्राहक को कॉल करके कहते हैं:
❝ हमने आपको ₹2,000 का रिफंड भेज दिया है, कृपया UPI ऐप पर जाकर कन्फर्म करें। ❞
🔹 फिर वे ग्राहक को एक नकली QR कोड भेजते हैं और कहते हैं:
❝ इस QR कोड को स्कैन करें ताकि आपको पैसे वापस मिल जाएं। ❞
🔹 लेकिन असल में यह "पेमेंट रिक्वेस्ट" होती है, जिससे ग्राहक के खाते से पैसा कट जाता है।

बचाव कैसे करें?
✔️ कोई भी बैंक या कंपनी QR कोड स्कैन करने के लिए नहीं कहती।
✔️ UPI से पैसे प्राप्त करने के लिए कोई कोड स्कैन करने की जरूरत नहीं होती।
✔️ अगर किसी अनजान व्यक्ति से कॉल आए और वह रिफंड के लिए QR कोड स्कैन करने को कहे, तो तुरंत कॉल काट दें।


फेक रिटर्न और रिफंड फ्रॉड से बचने के लिए ज़रूरी सावधानियां

🔹 1. रिफंड और रिटर्न के लिए हमेशा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप का ही इस्तेमाल करें।
🔹 2. किसी भी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर बैंकिंग डिटेल्स या OTP साझा न करें।
🔹 3. गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करने की बजाय कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
🔹 4. UPI से पैसे पाने के लिए QR कोड स्कैन करने की जरूरत नहीं होती, इसलिए इस तरह की रिक्वेस्ट को इग्नोर करें।
🔹 5. किसी भी लिंक या ऐप को डाउनलोड करने से पहले अच्छी तरह से जांच करें।
🔹 6. रिटर्न और रिफंड का स्टेटस चेक करने के लिए सीधे बैंक या ई-कॉमर्स वेबसाइट पर लॉगिन करें।
🔹 7. बैंकिंग या ई-कॉमर्स कंपनियां कभी भी फोन पर OTP, कार्ड नंबर, या पासवर्ड नहीं मांगतीं।


निष्कर्ष

आजकल ऑनलाइन फ्रॉड के कई तरीके सामने आ रहे हैं, जिनमें फेक रिटर्न और रिफंड फ्रॉड सबसे आम हैं। ठग रिफंड और रिटर्न का झांसा देकर लोगों की बैंकिंग जानकारी चुरा लेते हैं और उनके खाते से पैसे निकाल लेते हैं। इसलिए हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी अनजान नंबर, ईमेल, या लिंक पर भरोसा नहीं करना चाहिए।

💡 "सावधान रहें, सतर्क रहें और किसी भी ऑनलाइन लेन-देन में सोच-समझकर कदम उठाएं!" 💡

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