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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के ज़रिए कमाई के स्मार्ट तरीक़े

  1. भूमिका ( Introduction) AI क्या है और आज के समय में इसका महत्व Artificial Intelligence (AI) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक ऐसी तकनीक है जो कंप्यूटरों और मशीनों को इंसानों की तरह सोचने , सीखने और निर्णय लेने की क्षमता देती है। यह तकनीक आज हमारे जीवन के लगभग हर क्षेत्र में क्रांति ला रही है — चाहे वह हेल्थकेयर हो , एजुकेशन , मार्केटिंग या फाइनेंस।

डिलीवरी स्कैम – सामान डिलीवर न करके पैसा लेना

 

डिलीवरी स्कैम क्या है?

डिलीवरी स्कैम एक ऑनलाइन ठगी का तरीका है, जिसमें ठग ग्राहकों से सामान का भुगतान करवाकर उसे डिलीवर नहीं करते। यह ई-कॉमर्स, सोशल मीडिया, और नकली वेबसाइट्स के जरिए किया जाता है

इसमें ठग सस्ते और आकर्षक ऑफर्स दिखाकर लोगों को फंसाते हैं। ग्राहक जब ऑर्डर और पेमेंट कर देते हैं, तो उन्हें या तो कोई सामान नहीं भेजा जाता या फिर खराब/नकली सामान भेजा जाता है। कई बार ग्राहक को फर्जी ट्रैकिंग डिटेल्स दी जाती हैं, ताकि वह लंबे समय तक इंतजार करता रहे और रिफंड की संभावना खत्म हो जाए।


डिलीवरी स्कैम कैसे किया जाता है?

1. नकली ई-कॉमर्स वेबसाइट के जरिए ठगी

🔹 ठग फर्जी ई-कॉमर्स वेबसाइट बनाते हैं, जो दिखने में बिल्कुल अमेज़न, फ्लिपकार्ट या अन्य प्रसिद्ध ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स जैसी होती है
🔹 वे महंगे प्रोडक्ट्स पर भारी डिस्काउंट दिखाकर लोगों को लुभाते हैं (जैसे ₹50,000 का मोबाइल सिर्फ ₹10,000 में)।
🔹 जब ग्राहक ऑर्डर करता है और एडवांस पेमेंट कर देता है, तो ठग या तो कोई सामान नहीं भेजते या फिर खराब/नकली सामान भेजते हैं
🔹 जब ग्राहक रिफंड के लिए संपर्क करता है, तो वे फोन बंद कर देते हैं या वेबसाइट डिलीट कर देते हैं

बचाव कैसे करें?
✔️ किसी भी अनजान वेबसाइट से सामान ऑर्डर करने से पहले उसकी विश्वसनीयता जांचें।
✔️ वेबसाइट के URL पर ध्यान दें, कहीं वह Amazon की जगह Amaz0n या Flipkart की जगह Flipcarts तो नहीं है।
✔️ हमेशा Cash on Delivery (COD) ऑप्शन चुनें।
✔️ सिर्फ प्रसिद्ध और भरोसेमंद वेबसाइट से ही ऑनलाइन शॉपिंग करें।


2. सोशल मीडिया के जरिए धोखाधड़ी

🔹 ठग फेसबुक, इंस्टाग्राम, और व्हाट्सएप पर "सस्ते ऑफर" के विज्ञापन डालते हैं
🔹 ग्राहकों को "सीमित समय के ऑफर" या "स्टॉक खत्म होने से पहले खरीदें" जैसे झांसे दिए जाते हैं
🔹 ग्राहक जब ऑर्डर के लिए मैसेज करता है, तो ठग उसे GPay, PhonePe, Paytm या बैंक ट्रांसफर से एडवांस पेमेंट करने को कहते हैं
🔹 पेमेंट के बाद ठग ग्राहक को ब्लॉक कर देते हैं और कोई सामान नहीं भेजते

बचाव कैसे करें?
✔️ फेसबुक या इंस्टाग्राम पर मिलने वाले ऑफर्स की पहले जांच करें।
✔️ अज्ञात विक्रेता (Seller) को एडवांस पेमेंट न करें।
✔️ हमेशा COD (Cash on Delivery) का विकल्प चुनें।
✔️ सोशल मीडिया पर मिलने वाले फर्जी ऑफर्स से बचें और ब्रांड की आधिकारिक वेबसाइट से खरीदारी करें।


3. नकली डिलीवरी एग्जीक्यूटिव बनकर ठगी

🔹 ठग बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों जैसे अमेज़न, फ्लिपकार्ट, Myntra आदि के नाम का इस्तेमाल करके खुद को डिलीवरी एग्जीक्यूटिव बताते हैं
🔹 वे ग्राहक को कॉल करके कहते हैं:
❝ आपका ऑर्डर डिलीवर करने आया हूं, लेकिन पहले पेमेंट करना होगा। ❞
🔹 वे QR कोड या UPI ID भेजते हैं और ग्राहक से ऑनलाइन पेमेंट करवाते हैं।
🔹 लेकिन असल में ग्राहक ने कोई ऑर्डर किया ही नहीं होता और ठग पैसे लेकर गायब हो जाते हैं।

बचाव कैसे करें?
✔️ ऑनलाइन शॉपिंग के ऑर्डर का स्टेटस खुद वेबसाइट पर चेक करें।
✔️ अगर कोई अनजान व्यक्ति डिलीवरी के लिए एडवांस पेमेंट मांगे, तो सावधान रहें।
✔️ ई-कॉमर्स कंपनियां डिलीवरी के लिए फोन पर पेमेंट मांगती हैं, इसका कोई प्रमाण नहीं है।
✔️ COD का विकल्प चुनें और पेमेंट केवल अधिकृत डिलीवरी बॉय को करें।


4. फर्जी ट्रैकिंग लिंक भेजकर ठगी

🔹 ठग ग्राहकों को एक फर्जी ट्रैकिंग लिंक भेजते हैं, जो देखने में बिल्कुल असली लगता है।
🔹 ग्राहक लिंक पर क्लिक करके अपना ऑर्डर स्टेटस चेक करने की कोशिश करता है
🔹 कई मामलों में, यह लिंक एक फिशिंग वेबसाइट पर ले जाता है, जहां ग्राहक की बैंक डिटेल्स चुरा ली जाती हैं
🔹 ग्राहक अपना OTP या पासवर्ड डालता है, जिससे उसके खाते से पैसे निकाल लिए जाते हैं

बचाव कैसे करें?
✔️ हमेशा ई-कॉमर्स साइट पर लॉगिन करके ऑर्डर ट्रैक करें, किसी बाहरी लिंक पर भरोसा न करें।
✔️ SMS या ईमेल में मिले किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें।
✔️ अगर कोई ट्रैकिंग लिंक संदिग्ध लगे, तो सीधे कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।


डिलीवरी स्कैम से बचने के लिए ज़रूरी सावधानियां

🔹 1. हमेशा भरोसेमंद वेबसाइट से ही ऑनलाइन शॉपिंग करें।
🔹 2. सोशल मीडिया पर मिलने वाले "बंपर ऑफर्स" से सावधान रहें।
🔹 3. अनजान वेबसाइट या विक्रेता से एडवांस पेमेंट करने से बचें।
🔹 4. COD (Cash on Delivery) ऑप्शन को प्राथमिकता दें।
🔹 5. बैंक डिटेल्स या OTP किसी को न बताएं।
🔹 6. डिलीवरी बॉय से पेमेंट मांगने की पुष्टि कंपनी से करें।
🔹 7. किसी भी संदिग्ध ट्रैकिंग लिंक पर क्लिक करने से बचें।


निष्कर्ष

डिलीवरी स्कैम आजकल तेजी से बढ़ रहा है, और ठग अलग-अलग तरीकों से लोगों को धोखा दे रहे हैं। फर्जी वेबसाइट, सोशल मीडिया विज्ञापन, नकली डिलीवरी एजेंट, और फेक ट्रैकिंग लिंक के जरिए ठगी की जा रही है। इसलिए, ऑनलाइन खरीदारी करते समय सतर्क रहना बेहद ज़रूरी है

💡 "सावधान रहें, सतर्क रहें और अपने पैसे की सुरक्षा करें!" 💡




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