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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के ज़रिए कमाई के स्मार्ट तरीक़े

  1. भूमिका ( Introduction) AI क्या है और आज के समय में इसका महत्व Artificial Intelligence (AI) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक ऐसी तकनीक है जो कंप्यूटरों और मशीनों को इंसानों की तरह सोचने , सीखने और निर्णय लेने की क्षमता देती है। यह तकनीक आज हमारे जीवन के लगभग हर क्षेत्र में क्रांति ला रही है — चाहे वह हेल्थकेयर हो , एजुकेशन , मार्केटिंग या फाइनेंस।

फेक किराए पर घर स्कैम – किराए के नाम पर एडवांस पैसे लेकर गायब हो जाना

 


यह स्कैम क्या है?

फेक किराए पर घर स्कैम एक प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी है, जिसमें ठग नकली किराए के मकान या फ्लैट का विज्ञापन देकर लोगों को ठगते हैं।

🔹 यह स्कैम खासतौर पर बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद आदि में ज्यादा देखा जाता है, जहां किराए पर घर लेने वालों की संख्या अधिक होती है।
🔹 फ्रॉड करने वाले लोग सस्ते और आकर्षक मकानों की तस्वीरें डालते हैं और एडवांस किराए के नाम पर पैसे लेकर गायब हो जाते हैं।
🔹 यह धोखाधड़ी OLX, Quikr, Facebook Marketplace, WhatsApp ग्रुप और अन्य प्रॉपर्टी वेबसाइट्स पर ज्यादा देखी जाती है।


फेक किराए पर घर स्कैम कैसे किया जाता है?

1. आकर्षक किराए पर मकान का विज्ञापन पोस्ट करना

🔹 ठग कम दाम में शानदार घरों के फर्जी विज्ञापन डालते हैं।
🔹 वे असली मकानों की फोटो चोरी करके पोस्ट कर देते हैं।
🔹 घर की लोकेशन बड़े शहरों के अच्छे इलाकों की बताई जाती है।
🔹 विज्ञापन में लिखा जाता है – "Fully Furnished 2BHK Flat, Only ₹10,000 per month, No Brokerage"

बचाव कैसे करें?
✔️ अगर किराया बहुत कम बताया जा रहा है, तो शक करें।
✔️ हमेशा मकान मालिक से मिलने और घर देखने के बाद ही डील फाइनल करें।


2. जल्दी एडवांस देने का दबाव बनाना

🔹 जब कोई किराएदार मकान में रुचि दिखाता है, तो ठग कहते हैं –
"मुझे बहुत सारे इंक्वायरी मिल रही हैं, अगर आप सीरियस हैं तो तुरंत एडवांस भेजें।"
🔹 वे कहते हैं –
"मैं अभी शहर से बाहर हूँ, आप घर देख नहीं पाएंगे, लेकिन एडवांस देने के बाद आपको चाबी मिल जाएगी।"
🔹 कई बार वे सेना या सरकारी अधिकारी होने का दावा करके लोगों का विश्वास जीतते हैं।

बचाव कैसे करें?
✔️ बिना मिले और घर देखे किसी को भी एडवांस किराया न दें।
✔️ अगर कोई मकान मालिक शहर से बाहर होने का बहाना बनाए, तो शक करें।


3. नकली दस्तावेज और फर्जी पहचान पत्र दिखाना

🔹 ठग भरोसा दिलाने के लिए फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, रेंट एग्रीमेंट आदि भेजते हैं।
🔹 वे कहते हैं –
"यह मेरे सरकारी ID प्रूफ हैं, आप बिल्कुल निश्चिंत रहें।"
🔹 कई बार वे फर्जी मकान मालिक बनकर नकली कस्टमर केयर नंबर भी देते हैं।

बचाव कैसे करें?
✔️ मकान मालिक की पहचान की पुष्टि करने के लिए रजिस्ट्रेशन नंबर और प्रॉपर्टी पेपर्स मांगें।
✔️ अगर शक हो, तो पड़ोसियों या सोसाइटी से मकान मालिक के बारे में जानकारी लें।


4. एडवांस किराया लेने के बाद गायब हो जाना

🔹 जैसे ही किराएदार एडवांस देता है, ठग फोन बंद कर देते हैं या नंबर ब्लॉक कर देते हैं।
🔹 उनका OLX, Quikr या Facebook अकाउंट भी डिलीट हो जाता है।
🔹 किराएदार को तब समझ आता है कि उसके साथ धोखाधड़ी हो गई है।

बचाव कैसे करें?
✔️ हमेशा मकान मालिक से व्यक्तिगत रूप से मिलकर ही पैसे दें।
✔️ पेमेंट हमेशा मकान मालिक के बैंक खाते में करें, किसी थर्ड-पार्टी अकाउंट में नहीं।
✔️ एडवांस देने से पहले किराए का एग्रीमेंट साइन करवाएं।


फेक किराए पर घर स्कैम से बचने के लिए ज़रूरी टिप्स

✔️ 1. बिना देखे और मिले एडवांस किराया न दें।
✔️ 2. मकान मालिक का पहचान पत्र, प्रॉपर्टी के कागजात और पिछला किरायेदार विवरण जांचें।
✔️ 3. अगर मकान बहुत सस्ता दिख रहा है, तो सावधान रहें।
✔️ 4. हमेशा सोसाइटी या पड़ोसियों से मकान मालिक की जानकारी लें।
✔️ 5. पेमेंट हमेशा ऑनलाइन बैंक ट्रांसफर या चेक के माध्यम से करें।
✔️ 6. किसी भी अनजान व्यक्ति को Google Pay, PhonePe, Paytm से पैसे न भेजें।
✔️ 7. अगर कोई आपको जल्दी पैसे देने का दबाव बनाए, तो यह एक रेड फ्लैग है।
✔️ 8. OLX, Quikr या अन्य वेबसाइट्स पर दिए गए मकान मालिक के नंबर की पुष्टि करें।
✔️ 9. अगर आपको शक हो, तो साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।


निष्कर्ष

👉 अगर कोई मकान मालिक बिना मिले एडवांस पैसे मांग रहा है, बहुत सस्ता किराया बता रहा है या आपको जल्दी फैसला लेने के लिए दबाव डाल रहा है – तो तुरंत सतर्क हो जाएं!
👉 सावधानी ही सुरक्षा है – बिना जांचे-परखे पैसे न भेजें! 🚨

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