यह स्कैम क्या है?
फेक म्यूचुअल फंड स्कैम (Fake Mutual Fund Scam) एक आर्थिक धोखाधड़ी है, जिसमें जालसाज नकली निवेश योजनाएं (Fake Investment Schemes) बनाकर लोगों से पैसा ठगते हैं। ये स्कैम नकली वेबसाइट, कॉल, एसएमएस, ईमेल या सोशल मीडिया के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं।
धोखेबाज निवेशकों को कम जोखिम में ज्यादा रिटर्न का लालच देकर फर्जी म्यूचुअल फंड में निवेश करवाते हैं। एक बार जब निवेशक पैसा जमा कर देता है, तो स्कैमर्स वेबसाइट और संपर्क बंद कर देते हैं, जिससे निवेशक का पैसा हमेशा के लिए खो जाता है।
फेक म्यूचुअल फंड स्कैम कैसे काम करता है?
1. नकली वेबसाइट और मोबाइल ऐप्स के जरिए धोखाधड़ी
🔹 स्कैमर्स असली म्यूचुअल फंड कंपनियों (SBI Mutual Fund, HDFC Mutual Fund, ICICI Prudential आदि) की नकली वेबसाइट बनाते हैं।
🔹 वेबसाइट का डोमेन नाम और डिज़ाइन असली वेबसाइट जैसा दिखता है ताकि निवेशक को लगे कि वह असली साइट पर है।
🔹 फर्जी मोबाइल ऐप्स को डाउनलोड करने का सुझाव दिया जाता है, जहां निवेशक अपने बैंक डिटेल और आधार कार्ड जैसी जानकारी डालता है।
✅ बचाव कैसे करें?
✔️ केवल SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) द्वारा मान्यता प्राप्त म्यूचुअल फंड कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट से निवेश करें।
✔️ नकली वेबसाइट से बचने के लिए हमेशा URL ध्यान से जांचें (HTTPS और सही डोमेन देखें)।
✔️ Google Play Store और App Store से ही किसी ऐप को डाउनलोड करें।
2. फर्जी कॉल, ईमेल और एसएमएस स्कैम
🔹 स्कैमर्स खुद को बड़े बैंकों या वित्तीय संस्थानों का प्रतिनिधि बताकर निवेशकों को कॉल करते हैं।
🔹 वे कहते हैं कि आपको "सीमित समय के लिए विशेष ऑफर" दिया जा रहा है, जिससे आप जल्दी पैसा निवेश करें।
🔹 SMS या Email में नकली लिंक भेजकर निवेशकों को फर्जी वेबसाइट पर ले जाया जाता है, जहां वे अपनी पर्सनल और बैंकिंग जानकारी डालते हैं।
✅ बचाव कैसे करें?
✔️ किसी अनजान नंबर या ईमेल से आए निवेश ऑफर पर भरोसा न करें।
✔️ अगर कोई निवेश योजना वास्तविक लगती है, तो पहले उस फंड हाउस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जांच करें।
✔️ किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले डोमेन को अच्छे से जांचें।
3. पोंज़ी स्कीम और हाई-रिटर्न म्यूचुअल फंड धोखाधड़ी
🔹 स्कैमर्स "हर महीने 5-10% गारंटीड रिटर्न" जैसी योजनाओं का प्रचार करते हैं।
🔹 निवेशकों को ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच देकर उन्हें बार-बार पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
🔹 कुछ समय तक रिटर्न दिया जाता है, लेकिन जब बड़ी रकम इकट्ठा हो जाती है, तो स्कैमर्स गायब हो जाते हैं।
✅ बचाव कैसे करें?
✔️ SEBI और AMFI (Association of Mutual Funds in India) द्वारा अप्रूव्ड फंड्स में ही निवेश करें।
✔️ अगर कोई स्कीम असामान्य रूप से ज्यादा रिटर्न देने का दावा कर रही है, तो वह निश्चित रूप से फ्रॉड हो सकती है।
✔️ SEBI की वेबसाइट पर जाकर किसी भी म्यूचुअल फंड कंपनी का रजिस्ट्रेशन जांचें।
4. नकली म्यूचुअल फंड एजेंट और ब्रोकर्स
🔹 कई बार स्कैमर्स खुद को ऑथराइज़्ड म्यूचुअल फंड एजेंट या ब्रोकर बताकर लोगों से पैसा इन्वेस्ट करवाते हैं।
🔹 वे निवेशकों से नकद (Cash) या बैंक ट्रांसफर के जरिए पैसा लेते हैं, लेकिन असली फंड में निवेश नहीं करते।
🔹 कई बार वे असली फंड हाउस का नाम लेकर नकली निवेश प्रमाण पत्र (Fake Investment Certificate) जारी कर देते हैं।
✅ बचाव कैसे करें?
✔️ SEBI और AMFI से रजिस्टर्ड एजेंट या ब्रोकर्स से ही निवेश करें।
✔️ बैंक ट्रांसफर केवल फंड हाउस के आधिकारिक अकाउंट में ही करें, किसी व्यक्ति के पर्सनल अकाउंट में नहीं।
✔️ ऑनलाइन निवेश करने के लिए हमेशा आधिकारिक म्यूचुअल फंड कंपनियों की वेबसाइट का उपयोग करें।
फेक म्यूचुअल फंड स्कैम से बचने के लिए जरूरी सावधानियां
🚫 1. गारंटीड हाई रिटर्न (10% से ज्यादा) देने वाली किसी भी स्कीम से बचें।
🚫 2. निवेश करने से पहले SEBI और AMFI से फंड हाउस की वैधता जांचें।
🚫 3. अनजान नंबर से आए कॉल, SMS, या ईमेल में दिए गए लिंक पर क्लिक न करें।
🚫 4. केवल आधिकारिक म्यूचुअल फंड वेबसाइट और ऐप्स का उपयोग करें।
🚫 5. किसी व्यक्ति के बैंक अकाउंट में निवेश के लिए पैसा न भेजें।
🚫 6. नकली निवेश प्रमाण पत्र (Fake Investment Certificates) से सावधान रहें।
निष्कर्ष
👉 अगर कोई स्कीम बहुत ज्यादा रिटर्न का वादा कर रही है, तो यह लगभग निश्चित रूप से एक धोखाधड़ी हो सकती है।
👉 हमेशा SEBI और AMFI से अप्रूव्ड म्यूचुअल फंड्स में ही निवेश करें।
👉 फेक वेबसाइट, फर्जी कॉल और नकली ब्रोकर्स से सावधान रहें।
👉 किसी भी निवेश से पहले कंपनी की प्रमाणिकता जांचें और सुरक्षित निवेश करें। 🚨