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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के ज़रिए कमाई के स्मार्ट तरीक़े

  1. भूमिका ( Introduction) AI क्या है और आज के समय में इसका महत्व Artificial Intelligence (AI) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक ऐसी तकनीक है जो कंप्यूटरों और मशीनों को इंसानों की तरह सोचने , सीखने और निर्णय लेने की क्षमता देती है। यह तकनीक आज हमारे जीवन के लगभग हर क्षेत्र में क्रांति ला रही है — चाहे वह हेल्थकेयर हो , एजुकेशन , मार्केटिंग या फाइनेंस।

फर्जी लोन ऐप्स – ज्यादा ब्याज के नाम पर लोगों को ठगना

 


यह स्कैम क्या है?

फर्जी लोन ऐप्स (Fake Loan Apps) ऑनलाइन ठगी का एक खतरनाक तरीका है, जिसमें धोखेबाज लोन देने के बहाने लोगों को फंसा लेते हैं और फिर उनसे मनमाने ब्याज वसूली, ब्लैकमेलिंग और मानसिक प्रताड़ना करते हैं।

📌 कैसे काम करता है?
1️⃣ प्ले स्टोर या वेबसाइट पर नकली लोन ऐप्स उपलब्ध कराए जाते हैं।
2️⃣ लोग आसान और तुरंत लोन पाने के लालच में इन्हें डाउनलोड कर लेते हैं।
3️⃣ ऐप्स मोबाइल की पूरी जानकारी एक्सेस कर लेते हैं, जैसे – कॉन्टैक्ट लिस्ट, फोटो, मैसेज, गैलरी आदि।
4️⃣ कुछ ही मिनटों में छोटा लोन (₹5,000 - ₹10,000) दिया जाता है।
5️⃣ कुछ दिन बाद भारी ब्याज और पेनल्टी जोड़कर पैसे वसूले जाते हैं।
6️⃣ अगर व्यक्ति पैसे नहीं चुका पाता, तो उसके परिवार, दोस्तों को धमकी दी जाती है और अश्लील फोटो भेजे जाते हैं।


फर्जी लोन ऐप्स कैसे काम करते हैं?

1. सोशल मीडिया और प्ले स्टोर पर विज्ञापन देना

🔹 ठग फेसबुक, इंस्टाग्राम, गूगल विज्ञापनों के जरिए "Instant Loan Without CIBIL", "No Documents Loan" जैसे झूठे दावे करते हैं।
🔹 "10 मिनट में ₹50,000 तक का लोन, बिना बैंक विज़िट" जैसे ऑफर दिखाए जाते हैं।
🔹 लोग जल्दी लोन पाने के लिए बिना जांच-पड़ताल के इन ऐप्स को डाउनलोड कर लेते हैं।

बचाव कैसे करें?
✔️ कोई भी अनजान लोन ऐप डाउनलोड न करें, खासकर जो RBI से अप्रूव न हो।
✔️ हमेशा बैंक और NBFC (Non-Banking Financial Company) से ही लोन लें।


2. मोबाइल एक्सेस लेकर डेटा चुराना

🔹 ऐप इंस्टॉल करने के बाद यह आपके फोन की पूरी एक्सेस मांगता है – कांटैक्ट, गैलरी, मैसेज, लोकेशन।
🔹 एक बार एक्सेस मिलने के बाद यह आपकी निजी जानकारी चोरी कर लेता है।
🔹 ठग आपके दोस्तों और परिवारवालों के नंबर सेव कर लेते हैं, जिससे वे ब्लैकमेल कर सकें।

बचाव कैसे करें?
✔️ ऐप इंस्टॉल करने से पहले उसके रिव्यू और परमिशन चेक करें।
✔️ कभी भी अनजान ऐप को अपने मोबाइल का एक्सेस न दें।


3. छोटी रकम का लोन देकर ज्यादा वसूलना

🔹 शुरुआत में ₹5,000 – ₹10,000 तक का लोन तुरंत दे दिया जाता है।
🔹 सिर्फ 7-15 दिनों में यह लोन ₹20,000 - ₹30,000 बन जाता है।
🔹 300% तक ब्याज और भारी लेट फीस जोड़ दी जाती है।
🔹 अगर व्यक्ति पूरा पैसा चुका भी देता है, तो फिर भी नई पेनल्टी जोड़कर परेशान किया जाता है।

बचाव कैसे करें?
✔️ अगर कोई लोन दे रहा है, तो उसके नियम और शर्तें अच्छे से पढ़ें।
✔️ हमेशा बैंक या RBI रजिस्टर्ड NBFC से ही लोन लें।


4. धमकी और ब्लैकमेलिंग करना

🔹 अगर व्यक्ति पैसा नहीं चुकाता, तो उसे धमकियां दी जाती हैं।
🔹 ठग उसके परिवार और दोस्तों को फोन करके गाली-गलौज करते हैं।
🔹 सोशल मीडिया पर एडिटेड अश्लील फोटो पोस्ट करने की धमकी दी जाती है।
🔹 कुछ मामलों में लोग मानसिक तनाव में आत्महत्या तक कर लेते हैं।

बचाव कैसे करें?
✔️ अगर किसी लोन ऐप ने धमकी दी, तो तुरंत साइबर क्राइम में शिकायत करें।
✔️ अपने फोन से उस ऐप को डिलीट करें और उसकी सभी परमिशन हटा दें।


फर्जी लोन ऐप्स से बचने के लिए जरूरी सावधानियां

🚫 1. RBI द्वारा अप्रूव किए गए ऐप्स से ही लोन लें।
🚫 2. अनजान ऐप्स को फोन एक्सेस देने से बचें।
🚫 3. ज्यादा ब्याज और शर्तें अच्छे से पढ़ें।
🚫 4. अगर आपको धमकी दी जा रही है, तो साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें।
🚫 5. सोशल मीडिया पर दिखने वाले लोन ऑफर्स से बचें।


निष्कर्ष

👉 अगर कोई ऐप आपको बिना डॉक्यूमेंट्स के तुरंत लोन दे रहा है, तो सतर्क हो जाएं!
👉 बिना RBI अप्रूवल वाले ऐप्स का इस्तेमाल न करें और अनजान लिंक पर क्लिक न करें। 🚨

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