QR कोड (Quick Response Code) एक सुविधाजनक तकनीक है जो डिजिटल पेमेंट को आसान बनाती है, लेकिन साइबर अपराधियों ने इसे ठगी का एक नया तरीका बना लिया है। QR कोड स्कैम में धोखेबाज नकली QR कोड बनाकर लोगों को स्कैन करने के लिए कहते हैं। जैसे ही व्यक्ति इसे स्कैन करता है, उसके बैंक खाते से पैसे कट जाते हैं।
यह धोखाधड़ी आमतौर पर ऑनलाइन खरीदारी, पेमेंट रिक्वेस्ट, नकली ऑफर, और पेट्रोल पंप या दुकानों पर चिपके फर्जी QR कोड के ज़रिए की जाती है।
QR कोड स्कैम कैसे किया जाता है?
1. नकली QR कोड से पैसे ट्रांसफर कराना
🔹 साइबर ठग असली दुकानों, होटलों, पेट्रोल पंप आदि पर नकली QR कोड चिपका देते हैं।
🔹 ग्राहक असली समझकर स्कैन करता है और पेमेंट करने की कोशिश करता है।
🔹 असल में यह QR कोड ठग के बैंक अकाउंट से लिंक होता है, जिससे पैसे सीधे उसके खाते में चले जाते हैं।
✅ बचाव कैसे करें?
✔️ पेमेंट करने से पहले QR कोड की वैधता जांचें।
✔️ अगर QR कोड स्टिकर लगा हो, तो उसे ध्यान से देखें कि कहीं यह किसी असली QR कोड के ऊपर तो नहीं चिपकाया गया है।
✔️ QR कोड स्कैन करने के बाद ट्रांजैक्शन डिटेल ध्यान से चेक करें कि पैसा सही व्यक्ति को जा रहा है या नहीं।
2. पेमेंट रिसीव करने के नाम पर QR कोड भेजकर पैसे कटवाना
🔹 ठग ऑनलाइन सेलर बनकर लोगों को “हम आपको पैसे भेज रहे हैं, यह QR कोड स्कैन करें” कहकर ठगते हैं।
🔹 असल में, यह QR कोड स्कैन करने पर पैसे भेजने के बजाय व्यक्ति के खाते से पैसे काट लेता है।
✅ बचाव कैसे करें?
✔️ ध्यान रखें: QR कोड केवल पेमेंट भेजने के लिए होता है, पैसे रिसीव करने के लिए नहीं।
✔️ अगर कोई QR कोड स्कैन करने को कहे और दावा करे कि इससे आपको पैसे मिलेंगे, तो तुरंत सतर्क हो जाएं।
✔️ किसी भी अनजान व्यक्ति से QR कोड पेमेंट लेने के लिए स्कैन न करें।
3. WhatsApp, SMS और ईमेल के ज़रिए QR कोड फ्रॉड
🔹 ठग WhatsApp, SMS या ईमेल पर नकली QR कोड भेजकर लोगों को पेमेंट करने के लिए उकसाते हैं।
🔹 इसमें "आपने लॉटरी जीती है", "आपका कैशबैक पेंडिंग है", "अपने अकाउंट को वेरीफाई करें" जैसे बहाने बनाए जाते हैं।
🔹 QR कोड स्कैन करने पर व्यक्ति के बैंक खाते से पैसा कट जाता है।
✅ बचाव कैसे करें?
✔️ किसी भी अज्ञात ईमेल, SMS, या WhatsApp मैसेज में मिले QR कोड को स्कैन न करें।
✔️ बैंक, UPI ऐप्स या अन्य अधिकृत संस्थाओं की आधिकारिक वेबसाइट से ही जानकारी लें।
✔️ अगर कोई QR कोड स्कैन करने के लिए कहे और पैसे मिलने की बात करे, तो समझ लें कि यह ठगी है।
4. ऑनलाइन शॉपिंग और सोशल मीडिया के जरिए QR कोड धोखाधड़ी
🔹 ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स और सोशल मीडिया पर ठग नकली विज्ञापन डालते हैं और पेमेंट के लिए QR कोड भेजते हैं।
🔹 जैसे ही व्यक्ति QR कोड स्कैन करता है, पैसा कट जाता है और ठग गायब हो जाते हैं।
✅ बचाव कैसे करें?
✔️ हमेशा ऑनलाइन खरीदारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट या भरोसेमंद प्लेटफॉर्म का ही उपयोग करें।
✔️ किसी भी अनजान व्यक्ति या पेज से QR कोड स्कैन करने से पहले उसके विश्वसनीय होने की पुष्टि करें।
✔️ सोशल मीडिया के जरिए किए गए लेन-देन में सावधानी बरतें।
QR कोड स्कैम से बचने के लिए ज़रूरी सावधानियां
🔹 1. QR कोड केवल पेमेंट भेजने के लिए होता है, पैसे रिसीव करने के लिए नहीं।
🔹 2. किसी भी अज्ञात स्रोत से मिला QR कोड स्कैन न करें।
🔹 3. यदि कोई QR कोड स्कैन करने के लिए कहे और पैसे मिलने की बात करे, तो तुरंत सतर्क हो जाएं।
🔹 4. QR कोड स्कैन करने के बाद भुगतान की राशि और रिसीवर का नाम ज़रूर जांचें।
🔹 5. किसी भी पेमेंट के लिए QR कोड का उपयोग करने से पहले लेन-देन की पुष्टि करें।
🔹 6. हमेशा UPI ऐप्स जैसे Google Pay, PhonePe, Paytm आदि में ट्रांजैक्शन डिटेल चेक करें।
🔹 7. अपने बैंक खाते से जुड़े मोबाइल नंबर पर UPI ट्रांजैक्शन अलर्ट ऑन रखें।
🔹 8. अगर QR कोड स्कैम हो जाए, तो तुरंत बैंक और साइबर हेल्पलाइन (1930) पर शिकायत करें।
निष्कर्ष
QR कोड स्कैम एक नया साइबर धोखाधड़ी तरीका है, जिससे कई लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए हमेशा सतर्क रहें, किसी अनजान QR कोड को स्कैन न करें, और पेमेंट करने से पहले डिटेल चेक करें।
💡 "सावधान रहें, सुरक्षित लेन-देन करें और ऑनलाइन ठगी से बचें!" 💡