UPI (Unified Payments Interface) आज के समय में डिजिटल भुगतान
का सबसे तेज़ और सुरक्षित तरीका माना जाता है। लेकिन जैसे-जैसे इसका उपयोग बढ़ा है, वैसे-वैसे साइबर अपराधियों
ने भी लोगों को ठगने के नए तरीके खोज लिए हैं।
UPI फ्रॉड में ठग नकली UPI लिंक, QR कोड या ऐप के जरिए लोगों को धोखा देकर उनके बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर करा लेते हैं। ये ठग भोले-भाले लोगों को तकनीकी भ्रम में डालकर उनसे संवेदनशील जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं।
UPI फ्रॉड के प्रकार और इनसे
बचाव
1. नकली UPI पेमेंट रिक्वेस्ट लिंक भेजना
🔹 ठग SMS, WhatsApp, Email, या सोशल मीडिया के जरिए एक नकली UPI पेमेंट लिंक भेजते हैं।
🔹 जब
यूज़र उस लिंक पर क्लिक करता है, तो उसे एक UPI ऐप जैसा पेज दिखाया जाता है, जहाँ उसे "पैसे रिसीव करने के
लिए"
UPI पिन
डालने को कहा जाता है।
🔹 जैसे
ही यूज़र UPI
पिन
डालता है, पैसा ठगों के खाते में
ट्रांसफर हो जाता है।
✅ बचाव कैसे करें?
- किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें।
- ध्यान रखें कि
UPI पर पैसे रिसीव करने के लिए पिन डालने की जरूरत नहीं होती।
- हमेशा खुद से ही UPI
ऐप खोलें और ट्रांजैक्शन करें।
2. नकली QR कोड भेजना
🔹 साइबर अपराधी QR कोड भेजकर दावा करते हैं कि
स्कैन करने से पैसा आपके अकाउंट में आ जाएगा।
🔹 लेकिन
असल में यह एक पेमेंट रिक्वेस्ट QR कोड होता है, जिसे स्कैन करते ही पैसे कट
जाते हैं।
✅ बचाव कैसे करें?
- QR
कोड हमेशा दुकानदार या विश्वसनीय
स्रोत से ही स्कैन करें।
- अनजान व्यक्ति से मिला QR
कोड कभी स्कैन न करें।
- भुगतान के लिए हमेशा अपने UPI
ऐप से खुद ट्रांजैक्शन करें।
3. नकली UPI कस्टमर केयर नंबर से ठगी
🔹 ठग गूगल पर फर्जी बैंक कस्टमर
केयर नंबर अपलोड कर देते हैं।
🔹 जब
कोई व्यक्ति सहायता के लिए इन नंबरों पर कॉल करता है, तो ठग खुद को बैंक अधिकारी
बताकर KYC अपडेट, कार्ड ब्लॉक/अनब्लॉक, या अकाउंट वेरिफिकेशन के बहाने OTP और UPI पिन मांगते हैं।
🔹 जैसे
ही यूज़र OTP
या UPI पिन शेयर करता है, ठग उसके खाते से पैसे निकाल
लेते हैं।
✅ बचाव कैसे करें?
- बैंक या UPI
ऐप का असली कस्टमर केयर नंबर उनकी
ऑफिशियल वेबसाइट से ही लें।
- किसी को भी अपना OTP,
UPI पिन,
या बैंक डिटेल शेयर न करें।
- बैंक अधिकारी कभी भी OTP
या पिन नहीं मांगते।
4. फेक UPI ऐप से ठगी
🔹 ठग नकली UPI ऐप्स (जैसे - "BHIM Fast Pay",
"Google Pay Secure", आदि) बनाकर प्ले स्टोर या अन्य माध्यमों से
डाउनलोड करवाते हैं।
🔹 जब
कोई यूज़र इन ऐप्स में अपनी बैंक डिटेल और UPI पिन डालता है, तो यह जानकारी सीधे ठगों तक पहुँच जाती है।
✅ बचाव कैसे करें?
- केवल
Google Play Store या Apple
App Store से ही UPI ऐप डाउनलोड करें।
- UPI
ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसका डेवलपर और रिव्यू जरूर
चेक करें।
- UPI
ऐप को समय-समय पर अपडेट करते रहें।
5. ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड
🔹 ठग किसी सामान को सस्ता बेचने का झांसा देकर UPI एडवांस पेमेंट मांगते हैं।
🔹 जैसे
ही व्यक्ति पेमेंट करता है, ठग उसे ब्लॉक कर देते हैं और
कोई सामान नहीं भेजते।
✅ बचाव कैसे करें?
- कोई भी एडवांस पेमेंट करने से पहले विक्रेता की
विश्वसनीयता जांच लें।
- अज्ञात व्यक्ति या वेबसाइट को UPI पेमेंट
न करें।
- अगर ठगी हो जाए,
तो तुरंत UPI ऐप की हेल्पलाइन और साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत करें।
UPI फ्रॉड से बचने के लिए 10 ज़रूरी टिप्स
✅ 1. OTP, UPI पिन, और बैंक डिटेल किसी के साथ
शेयर न करें।
✅ 2. अज्ञात
लिंक और QR कोड स्कैन करने से बचें।
✅ 3. हमेशा
भरोसेमंद ऐप्स और वेबसाइट्स से ही ट्रांजैक्शन करें।
✅ 4. अजनबियों
से आए कस्टमर केयर नंबर पर भरोसा न करें।
✅ 5. UPI पर पैसे रिसीव करने के लिए पिन डालने की जरूरत नहीं होती।
✅ 6. अपने
बैंक और UPI
ऐप
में मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) चालू करें।
✅ 7. अपने
मोबाइल और बैंक स्टेटमेंट को नियमित रूप से चेक करें।
✅ 8. अगर
ठगी हो जाए, तो तुरंत साइबर क्राइम
हेल्पलाइन 1930
पर
कॉल करें।
✅ 9. अपना
मोबाइल नंबर और ईमेल हमेशा अपडेट रखें, ताकि बैंक से अलर्ट मिलते
रहें।
✅ 10. संदेह
होने पर तुरंत बैंक को सूचित करें और संबंधित UPI ट्रांजैक्शन को ब्लॉक करें।
निष्कर्ष
UPI ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है, लेकिन इसके बढ़ते उपयोग के
साथ-साथ साइबर अपराध भी बढ़े हैं। नकली UPI लिंक, QR कोड, फेक ऐप और कस्टमर केयर धोखाधड़ी जैसे कई तरीके
अपनाकर ठग लोगों को लूटते हैं।
💡 सतर्क रहें, जागरूक रहें और सुरक्षित
डिजिटल लेन-देन करें! 💡