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Showing posts from March, 2025

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के ज़रिए कमाई के स्मार्ट तरीक़े

  1. भूमिका ( Introduction) AI क्या है और आज के समय में इसका महत्व Artificial Intelligence (AI) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक ऐसी तकनीक है जो कंप्यूटरों और मशीनों को इंसानों की तरह सोचने , सीखने और निर्णय लेने की क्षमता देती है। यह तकनीक आज हमारे जीवन के लगभग हर क्षेत्र में क्रांति ला रही है — चाहे वह हेल्थकेयर हो , एजुकेशन , मार्केटिंग या फाइनेंस।

फेक म्यूचुअल फंड स्कैम – नकली निवेश योजनाओं में पैसे डलवाना

  यह स्कैम क्या है? फेक म्यूचुअल फंड स्कैम (Fake Mutual Fund Scam) एक आर्थिक धोखाधड़ी है, जिसमें जालसाज नकली निवेश योजनाएं (Fake Investment Schemes) बनाकर लोगों से पैसा ठगते हैं। ये स्कैम नकली वेबसाइट, कॉल, एसएमएस, ईमेल या सोशल मीडिया के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी स्कैम – फर्जी क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म के ज़रिए धोखाधड़ी

  यह स्कैम क्या है? क्रिप्टोकरेंसी स्कैम (Cryptocurrency Scam) एक डिजिटल धोखाधड़ी है, जिसमें फर्जी क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म, वॉलेट और ट्रेडिंग साइट्स के जरिए लोगों को ठगा जाता है। धोखेबाज निवेशकों को तेज़ी से मुनाफा कमाने का लालच देकर उनका पैसा हड़प लेते हैं और फिर वेबसाइट या अकाउंट बंद कर देते हैं। 🔹 फर्जी क्रिप्टो स्कीम में आमतौर पर यह वादे किए जाते हैं: ✔️ "30 दिनों में 200% रिटर्न!" ✔️ "आपका पैसा रातों-रात दोगुना!" ✔️ "निवेश करें और बिना किसी जोखिम के करोड़पति बनें!" ✔️ "क्रिप्टो माइनिंग से बिना मेहनत के पैसा कमाएं!" 🚨 याद रखें: क्रिप्टोकरेंसी एक अस्थिर बाजार है, और कोई भी गारंटीड रिटर्न का दावा नहीं कर सकता। क्रिप्टोकरेंसी स्कैम कैसे काम करता है? 1. फर्जी क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट वेबसाइट्स 🔹 धोखेबाज फर्जी क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म बनाते हैं और लोगों को बिटकॉइन, एथेरियम या अन्य क्रिप्टो में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। 🔹 निवेशकों को शुरुआत में कुछ रिटर्न दिया जाता है , ताकि वे और पैसा लगाएं। 🔹 जब...

पोंज़ी स्कीम्स – कम समय में दोगुना पैसा देने का झांसा देकर ठगी

  यह स्कैम क्या है? पोंज़ी स्कीम (Ponzi Scheme) एक निवेश धोखाधड़ी (Investment Fraud) है, जिसमें लोगों को कम समय में पैसा दोगुना करने का लालच दिया जाता है। इसमें नए निवेशकों का पैसा पुराने निवेशकों को रिटर्न देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है , जब तक कि स्कीम चलाने वाला व्यक्ति पैसा लेकर फरार नहीं हो जाता। 📌 कैसे काम करता है? 1️⃣ शुरू में उच्च रिटर्न का वादा करके निवेशकों को आकर्षित किया जाता है। 2️⃣ नए निवेशकों का पैसा पुराने निवेशकों को रिटर्न देने में उपयोग किया जाता है । 3️⃣ कुछ समय तक लोग पैसा मिलने से खुश रहते हैं और और ज्यादा निवेश करने लगते हैं । 4️⃣ जब बहुत सारे लोग निवेश कर लेते हैं, तो स्कीम चलाने वाले अचानक गायब हो जाते हैं । पोंज़ी स्कीम कैसे काम करती है? 1. बड़ी कमाई का लालच 🔹 स्कीम के आयोजक लोगों को "30 दिन में पैसा दोगुना" , "हर महीने 30% गारंटीड रिटर्न" जैसे झूठे वादे करते हैं। 🔹 नए निवेशकों को जोड़ा जाता है और शुरुआत में कुछ पैसा वापस भी दिया जाता है , ताकि वे और ज्यादा पैसा लगाएं। 🔹 लोग अपने दोस्तों और परिवार को भी इस स्कीम से ज...

फर्जी लोन ऐप्स – ज्यादा ब्याज के नाम पर लोगों को ठगना

  यह स्कैम क्या है? फर्जी लोन ऐप्स (Fake Loan Apps) ऑनलाइन ठगी का एक खतरनाक तरीका है, जिसमें धोखेबाज लोन देने के बहाने लोगों को फंसा लेते हैं और फिर उनसे मनमाने ब्याज वसूली, ब्लैकमेलिंग और मानसिक प्रताड़ना करते हैं।

फेक कार/बाइक सेल स्कैम – वाहन बेचने के नाम पर एडवांस लेकर ठगी करना

  यह स्कैम क्या है? फेक कार/बाइक सेल स्कैम एक ऑनलाइन धोखाधड़ी है, जिसमें ठग बेहद कम कीमत पर कार या बाइक बेचने का विज्ञापन देते हैं और एडवांस पेमेंट लेकर गायब हो जाते हैं। 🚗 यह स्कैम खासतौर पर OLX, Quikr, Facebook Marketplace जैसी वेबसाइट्स और सोशल मीडिया पर देखा जाता है। 🚗 ठग असली गाड़ियों की तस्वीरें लगाकर फर्जी लिस्टिंग पोस्ट करते हैं। 🚗 वे जल्दी डील फाइनल करने का दबाव बनाकर एडवांस पैसे लेते हैं और फिर ब्लॉक कर देते हैं। फेक कार/बाइक सेल स्कैम कैसे किया जाता है? 1. आकर्षक विज्ञापन डालना 🔹 ठग महंगी गाड़ियों और बाइक्स को बहुत कम कीमत में बेचने का झांसा देते हैं। 🔹 उदाहरण के लिए – "2022 Model Hyundai Creta सिर्फ ₹3.5 लाख में, जल्दी करें!" "Royal Enfield Classic 350 मात्र ₹40,000 में, फौजी भाई की गाड़ी है।" 🔹 वे कहते हैं कि गाड़ी अच्छी कंडीशन में है, कोई डेंट या रिपेयरिंग की जरूरत नहीं है। ✅ बचाव कैसे करें? ✔️ अगर कोई गाड़ी बहुत कम कीमत पर मिल रही है, तो पहले उसकी असलियत जांचें। ✔️ हमेशा गाड़ी देखने के बाद ही कोई पेमेंट करें। 2. सेना या सरकारी...

फेक किराए पर घर स्कैम – किराए के नाम पर एडवांस पैसे लेकर गायब हो जाना

  यह स्कैम क्या है? फेक किराए पर घर स्कैम एक प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी है, जिसमें ठग नकली किराए के मकान या फ्लैट का विज्ञापन देकर लोगों को ठगते हैं। 🔹 यह स्कैम खासतौर पर बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद आदि में ज्यादा देखा जाता है, जहां किराए पर घर लेने वालों की संख्या अधिक होती है। 🔹 फ्रॉड करने वाले लोग सस्ते और आकर्षक मकानों की तस्वीरें डालते हैं और एडवांस किराए के नाम पर पैसे लेकर गायब हो जाते हैं। 🔹 यह धोखाधड़ी OLX, Quikr, Facebook Marketplace, WhatsApp ग्रुप और अन्य प्रॉपर्टी वेबसाइट्स पर ज्यादा देखी जाती है। फेक किराए पर घर स्कैम कैसे किया जाता है? 1. आकर्षक किराए पर मकान का विज्ञापन पोस्ट करना 🔹 ठग कम दाम में शानदार घरों के फर्जी विज्ञापन डालते हैं। 🔹 वे असली मकानों की फोटो चोरी करके पोस्ट कर देते हैं। 🔹 घर की लोकेशन बड़े शहरों के अच्छे इलाकों की बताई जाती है। 🔹 विज्ञापन में लिखा जाता है – "Fully Furnished 2BHK Flat, Only ₹10,000 per month, No Brokerage" ✅ बचाव कैसे करें? ✔️ अगर किराया बहुत कम बताया जा रहा है, तो शक करें। ✔...

OLX/Quikr स्कैम – फेक खरीदार बनकर पैसे ऐंठना

  OLX/Quikr स्कैम क्या है? यह एक ऑनलाइन धोखाधड़ी है, जिसमें ठग OLX, Quikr, Facebook Marketplace जैसे प्लेटफॉर्म पर नकली खरीदार बनकर लोगों को ठगते हैं।

ब्लैकमेलिंग और सेक्टॉर्शन स्कैम – अश्लील तस्वीरों या वीडियो का डर दिखाकर पैसे वसूलना

  ब्लैकमेलिंग और सेक्टॉर्शन स्कैम क्या है? यह ऑनलाइन धोखाधड़ी का एक खतरनाक रूप है, जिसमें ठग किसी व्यक्ति की निजी या अश्लील तस्वीरों और वीडियो का इस्तेमाल कर उसे ब्लैकमेल करते हैं और पैसे वसूलते हैं। 🔹 ठग पीड़ित को धमकी देते हैं कि अगर उसने पैसे नहीं दिए, तो ये वीडियो या तस्वीरें सोशल मीडिया, दोस्तों और परिवार के बीच वायरल कर दी जाएंगी। 🔹 इस तरह के स्कैम को सेक्सटॉर्शन (Sextortion) भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें व्यक्ति की व्यक्तिगत छवि का दुरुपयोग करके उसे डराया जाता है।

रोमांस स्कैम – प्यार के नाम पर पैसे ठगना

  रोमांस स्कैम क्या है? रोमांस स्कैम एक ऑनलाइन धोखाधड़ी है जिसमें ठग किसी व्यक्ति को प्यार और रिश्ते का झांसा देकर पैसे ऐंठते हैं । यह धोखाधड़ी सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स, मैसेजिंग प्लेटफॉर्म और यहां तक कि व्हाट्सएप या ईमेल के जरिए की जाती है। ठग खुद को अमीर, आकर्षक, या विदेश में काम करने वाला बताकर व्यक्ति का भरोसा जीतते हैं और फिर किसी न किसी बहाने से पैसे मांगते हैं। 👉 इस स्कैम में ज्यादातर शिकार वे लोग होते हैं जो प्यार या रिश्ते की तलाश में होते हैं। 👉 धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति को भावनात्मक रूप से जोड़कर उसे पैसे भेजने के लिए मजबूर कर देते हैं। रोमांस स्कैम कैसे किया जाता है? 1. सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स के जरिए दोस्ती करना 🔹 ठग फेसबुक, इंस्टाग्राम, टिंडर, बम्बल, ओकेक्यूपिड जैसी साइटों पर फेक प्रोफाइल बनाते हैं। 🔹 वे खुद को आर्मी ऑफिसर, बिजनेसमैन, डॉक्टर, इंजीनियर, या विदेश में काम करने वाला व्यक्ति बताते हैं। 🔹 वे आकर्षक प्रोफाइल फोटो और लग्जरी लाइफस्टाइल दिखाकर लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। 🔹 जब कोई व्यक्ति उनसे जुड़ता है, तो वे धीरे-धीरे भावनात्मक रू...

लॉटरी और इनाम स्कैम – फर्जी लॉटरी जीतने का झांसा देकर पैसे ऐंठना

  लॉटरी और इनाम स्कैम क्या है? लॉटरी और इनाम स्कैम एक बहुत आम ऑनलाइन धोखाधड़ी है जिसमें ठग किसी व्यक्ति को लॉटरी, लकी ड्रा, या किसी बड़े इनाम (कार, कैश प्राइज, मोबाइल, आदि) जीतने की झूठी सूचना भेजते हैं । इसके बाद, वे टैक्स, प्रोसेसिंग फीस, या कस्टम चार्ज के नाम पर पैसे मांगते हैं ।

फेक जॉब ऑफर फ्रॉड – पैसे लेकर नकली जॉब ऑफर देना

  फेक जॉब ऑफर फ्रॉड क्या है? फेक जॉब ऑफर फ्रॉड एक ऐसा ऑनलाइन घोटाला है जिसमें ठग नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को आकर्षक नौकरी के ऑफर देकर उनसे पैसे ऐंठते हैं । यह धोखाधड़ी नौकरी पोर्टल, सोशल मीडिया, ईमेल, व्हाट्सएप, और नकली कंपनी वेबसाइटों के माध्यम से की जाती है ।

फेक प्रोफाइल स्कैम – नकली प्रोफाइल बनाकर लोगों को ठगना

फेक प्रोफाइल स्कैम क्या है? फेक प्रोफाइल स्कैम में ठग सोशल मीडिया, डेटिंग वेबसाइट्स, जॉब पोर्टल्स या ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर नकली प्रोफाइल बनाकर लोगों को धोखा देते हैं। यह स्कैम भावनात्मक, आर्थिक, और व्यक्तिगत जानकारी चुराने के उद्देश्य से किया जाता है ।

डिलीवरी स्कैम – सामान डिलीवर न करके पैसा लेना

  डिलीवरी स्कैम क्या है? डिलीवरी स्कैम एक ऑनलाइन ठगी का तरीका है, जिसमें ठग ग्राहकों से सामान का भुगतान करवाकर उसे डिलीवर नहीं करते । यह ई-कॉमर्स, सोशल मीडिया, और नकली वेबसाइट्स के जरिए किया जाता है ।

फेक रिटर्न और रिफंड फ्रॉड – पैसा वापस लेने के बहाने खाते की जानकारी लेना

  यह फ्रॉड क्या है? फेक रिटर्न और रिफंड फ्रॉड एक ऐसी ऑनलाइन ठगी है, जिसमें ठग रिफंड या रिटर्न का झांसा देकर लोगों की बैंकिंग जानकारी चुरा लेते हैं । यह फ्रॉड अक्सर ई-कॉमर्स कंपनियों, बैंकिंग सेवाओं, और डिजिटल वॉलेट्स के नाम पर किया जाता है।

नकली कस्टमर सपोर्ट फ्रॉड – गलत कस्टमर केयर नंबर देकर फ्रॉड करना

  यह फ्रॉड क्या है? नकली कस्टमर सपोर्ट फ्रॉड एक ऑनलाइन धोखाधड़ी है, जिसमें ठग फर्जी कस्टमर केयर नंबर बनाकर लोगों को धोखा देते हैं। जब कोई व्यक्ति Google, Facebook, या अन्य वेबसाइटों पर किसी कंपनी के कस्टमर केयर नंबर खोजता है, तो उसे नकली नंबर मिल जाता है। जब व्यक्ति इस नंबर पर कॉल करता है, तो ठग खुद को कंपनी का प्रतिनिधि बताकर उसकी बैंकिंग डिटेल्स, OTP, या अन्य संवेदनशील जानकारी चुरा लेते हैं।

फेक ई-कॉमर्स वेबसाइट स्कैम – सस्ते सामान दिखाकर पैसे लेकर सामान न भेजना

  यह स्कैम क्या है? फेक ई-कॉमर्स वेबसाइट स्कैम एक ऐसी ऑनलाइन धोखाधड़ी है, जिसमें ठग नकली शॉपिंग वेबसाइट बनाकर लोगों को आकर्षक छूट और सस्ते दाम का लालच देकर पैसे ऐंठ लेते हैं। यह ठगी आमतौर पर कपड़े, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, जूते, घड़ियाँ, और अन्य लोकप्रिय उत्पादों पर भारी डिस्काउंट देने के बहाने की जाती है। कैसे किया जाता है यह फ्रॉड? 1. नकली वेबसाइट बनाकर सस्ता सामान बेचना 🔹 ठग Amazon, Flipkart, Myntra, और अन्य प्रसिद्ध ई-कॉमर्स साइट्स जैसी दिखने वाली नकली वेबसाइट बनाते हैं। 🔹 इन वेबसाइटों पर ब्रांडेड सामान असली कीमत से 50-80% सस्ता दिखाया जाता है। 🔹 जब कोई ग्राहक ऑर्डर करता है और ऑनलाइन पेमेंट करता है, तो उसे सामान कभी नहीं भेजा जाता। ✅ बचाव कैसे करें? ✔️ हमेशा URL जांचें – नकली वेबसाइटों के डोमेन नाम "amazon-sale.com" या "flipkart-offer.net" जैसे हो सकते हैं, जबकि असली साइट्स सिर्फ amazon.in या flipkart.com होती हैं। ✔️ अगर कोई वेबसाइट सिर्फ प्रीपेड भुगतान मांगे और कैश ऑन डिलीवरी न दे, तो सावधान रहें। ✔️ सिर्फ भरोसेमंद और प्रसिद्ध ई-कॉमर्स प्लेटफॉर...

प्रीपेड कार्ड फ्रॉड – गिफ्ट कार्ड को रीचार्ज करने का झांसा देकर पैसा ठगना

यह फ्रॉड क्या है? प्रीपेड कार्ड या गिफ्ट कार्ड फ्रॉड एक ऐसी धोखाधड़ी है, जिसमें ठग लोगों को फर्जी स्कीम या रिवार्ड्स का लालच देकर उनसे गिफ्ट कार्ड खरीदवाते हैं और उसका कोड मांगकर पैसे हड़प लेते हैं। यह फ्रॉड Amazon Gift Card, Google Play Gift Card, iTunes Gift Card, Paytm Gift Card और अन्य प्रीपेड कार्ड्स के जरिए किया जाता है।

कैशबैक स्कैम – फर्जी ऑफर दिखाकर वॉलेट की डिटेल्स चुराना

कैशबैक स्कैम क्या है? कैशबैक स्कैम एक ऑनलाइन धोखाधड़ी है जिसमें ठग फर्जी कैशबैक ऑफर दिखाकर लोगों को अपनी वॉलेट डिटेल्स या बैंकिंग जानकारी साझा करने के लिए उकसाते हैं। यह धोखाधड़ी Paytm, PhonePe, Google Pay (GPay) और अन्य डिजिटल वॉलेट यूज़र्स को निशाना बनाती है।

Paytm/PhonePe/GPay स्कैम – नकली कस्टमर केयर नंबर देकर अकाउंट खाली करना

  यह स्कैम क्या है? Paytm, PhonePe, Google Pay (GPay) जैसी डिजिटल पेमेंट सेवाओं का उपयोग आज करोड़ों लोग कर रहे हैं। ठग फर्जी कस्टमर केयर नंबर देकर लोगों को जाल में फंसाते हैं और उनका बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं।

KYC अपडेट फ्रॉड क्या है?

  KYC (Know Your Customer) बैंक और अन्य वित्तीय संस्थानों के लिए ग्राहक की पहचान सत्यापित करने की प्रक्रिया है। KYC अपडेट फ्रॉड में साइबर ठग ग्राहकों को फोन कॉल, SMS, ईमेल या व्हाट्सएप मैसेज भेजते हैं और दावा करते हैं कि "आपका बैंक खाता, डेबिट/क्रेडिट कार्ड, या नेट बैंकिंग जल्द ही बंद हो जाएगा अगर आपने तुरंत KYC अपडेट नहीं किया।" डर के कारण ग्राहक जल्दबाजी में अपनी निजी जानकारी साझा कर देते हैं, जिससे उनके बैंक खाते से पैसे चोरी हो जाते हैं।

QR कोड स्कैम क्या है?

  QR कोड (Quick Response Code) एक सुविधाजनक तकनीक है जो डिजिटल पेमेंट को आसान बनाती है, लेकिन साइबर अपराधियों ने इसे ठगी का एक नया तरीका बना लिया है। QR कोड स्कैम में धोखेबाज नकली QR कोड बनाकर लोगों को स्कैन करने के लिए कहते हैं। जैसे ही व्यक्ति इसे स्कैन करता है, उसके बैंक खाते से पैसे कट जाते हैं।

ऑनलाइन बैंकिंग हैकिंग क्या है?

  ऑनलाइन बैंकिंग ने वित्तीय लेन-देन को आसान बना दिया है , लेकिन इसके साथ ही साइबर अपराध भी बढ़ गए हैं। ऑनलाइन बैंकिंग हैकिंग एक ऐसा साइबर अपराध है , जिसमें हैकर्स नकली (फेक) बैंक लॉगिन पेज बनाकर यूजरनेम , पासवर्ड और ओटीपी जैसी संवेदनशील जानकारी चुराते हैं और फिर बैंक खाते से पैसे उड़ा लेते हैं। यह धोखाधड़ी फ़िशिंग ( Phishing), कीलॉगर ( Keylogger), मैलवेयर , और मैन-इन-द-मिडल ( MITM) अटैक जैसी तकनीकों से की जाती है।

फर्जी बैंक कॉल फ्रॉड क्या होता है?

  आजकल ऑनलाइन बैंकिंग के बढ़ते उपयोग के साथ ही फर्जी बैंक कॉल फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इस धोखाधड़ी में अपराधी खुद को बैंक अधिकारी , RBI अधिकारी , या अन्य वित्तीय संस्थान का प्रतिनिधि बताकर लोगों को फोन करते हैं। वे क्रेडिट/डेबिट कार्ड डिटेल्स , OTP, CVV, या नेट बैंकिंग लॉगिन डिटेल्स मांगते हैं और जैसे ही पीड़ित यह जानकारी साझा करता है , उनके खाते से पैसे निकाल लिए जाते हैं।

क्रेडिट/डेबिट कार्ड स्कैम क्या होता है?

  आज के डिजिटल युग में क्रेडिट और डेबिट कार्ड का उपयोग तेज़ी से बढ़ा है , लेकिन इसके साथ ही साइबर अपराधी भी नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। कार्ड स्कैम मुख्य रूप से कार्ड क्लोनिंग , CVV चुराना , फिशिंग , कार्ड स्वाइप फ्रॉड , और ऑनलाइन कार्ड धोखाधड़ी के रूप में होते हैं। अपराधी कार्ड धारकों की जानकारी चोरी करके बिना उनकी अनुमति के उनके बैंक खाते से पैसे निकाल लेते हैं।

UPI फ्रॉड क्या होता है?

  UPI (Unified Payments Interface) आज के समय में डिजिटल भुगतान का सबसे तेज़ और सुरक्षित तरीका माना जाता है। लेकिन जैसे-जैसे इसका उपयोग बढ़ा है , वैसे-वैसे साइबर अपराधियों ने भी लोगों को ठगने के नए तरीके खोज लिए हैं। UPI फ्रॉड में ठग नकली UPI लिंक , QR कोड या ऐप के जरिए लोगों को धोखा देकर उनके बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर करा लेते हैं। ये ठग भोले-भाले लोगों को तकनीकी भ्रम में डालकर उनसे संवेदनशील जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं।

व्हेलिंग क्या होता है?

  व्हेलिंग क्या होता है ? व्हेलिंग ( Whaling) साइबर धोखाधड़ी का एक उन्नत रूप है , जिसमें अपराधी किसी कंपनी के उच्च पदस्थ अधिकारियों , जैसे कि CEO (Chief Executive Officer), CFO (Chief Financial Officer), या अन्य वरिष्ठ प्रबंधकों को निशाना बनाते हैं। इसे " एग्जीक्यूटिव फ़िशिंग" भी कहा जाता है क्योंकि इसमें "बड़ी मछलियों" ( whales) को फंसाने का प्रयास किया जाता है। सामान्य फ़िशिंग और स्पीयर फ़िशिंग की तुलना में , व्हेलिंग अधिक परिष्कृत होता है क्योंकि इसमें ठग पहले पीड़ित के बारे में गहराई से रिसर्च करते हैं , फिर अत्यधिक विश्वसनीय और प्रामाणिक दिखने वाले ईमेल या संदेश भेजते हैं , जिससे वरिष्ठ अधिकारियों को धोखा देना आसान हो जाता है।

स्पीयर फ़िशिंग क्या होता है?

  Spear Phishing एक अत्यधिक लक्षित साइबर धोखाधड़ी है , जिसमें ठग विशेष रूप से किसी व्यक्ति , संस्था , या संगठन को निशाना बनाकर संवेदनशील जानकारी चुराने का प्रयास करते हैं। यह आमतौर पर ईमेल , सोशल मीडिया , या अन्य डिजिटल संचार माध्यमों के जरिए किया जाता है। आम फ़िशिंग हमलों की तुलना में , स्पीयर फ़िशिंग अधिक खतरनाक होता है क्योंकि इसमें साइबर अपराधी पहले पीड़ित की व्यक्तिगत या व्यावसायिक जानकारी एकत्र करते हैं और फिर उस जानकारी का उपयोग करके अत्यधिक विश्वसनीय नकली संदेश भेजते हैं।